Zoho ने लॉन्च किया नया पेमेंट साउंडबॉक्स – अब GPay, Paytm और PhonePe को मिलेगी कड़ी टक्कर!

क्या आपने कभी सोचा है कि छोटे दुकानदारों को हर बार पेमेंट रिसीव करते वक्त किसी थर्ड-पार्टी ऐप पर निर्भर रहना पड़ता है? कभी नेटवर्क नहीं चलता, कभी नोटिफिकेशन नहीं आता — और कई बार ग्राहक चला भी जाता है। ऐसे में अगर कोई भारतीय कंपनी खुद का भरोसेमंद साउंडबॉक्स और POS सिस्टम लेकर आए तो? यही सपना अब हकीकत बन चुका है। Zoho will compete with GPay Paytm and PhonePe

देश की स्वदेशी टेक कंपनी Zoho ने अब पेमेंट हार्डवेयर मार्केट में कदम रख दिया है — और सीधा मुकाबला कर रही है GPay, Paytm और PhonePe से।

Zoho का बड़ा कदम – अब पेमेंट्स का खेल बदलने वाला है

Zoho पहले से अपने बिजनेस सॉफ्टवेयर और डिजिटल टूल्स के लिए मशहूर है। लेकिन अब उसने Zoho Payments के तहत POS मशीन और साउंडबॉक्स लॉन्च किए हैं। यह सिर्फ एक डिवाइस नहीं, बल्कि छोटे दुकानदारों के लिए डिजिटल आज़ादी की दिशा में बड़ा कदम है।

कंपनी ने अपने डिवाइस में वह सब कुछ जोड़ा है जो किसी व्यापारी को चाहिए – इंटीग्रेटेड QR कोड, साउंडबॉक्स अलर्ट, टच स्क्रीन, और इनबिल्ट प्रिंटर जिससे ग्राहक को तुरंत रसीद मिल जाती है।

क्या यह Paytm और PhonePe के लिए खतरे की घंटी है? बिल्कुल। क्योंकि यह डिवाइस सिर्फ पेमेंट लेने तक सीमित नहीं है — यह आपके बिजनेस का पूरा डेटा, बिलिंग और हिसाब एक ही डैशबोर्ड पर दिखाता है।

Zoho POS डिवाइस – फीचर्स जो इसे बाकी से अलग बनाते हैं

Zoho का नया POS डिवाइस छोटे व्यापारियों की असली ज़रूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है।

  • इसमें 4G, Wi-Fi और Bluetooth सपोर्ट है।
  • व्यापारी UPI, QR कोड और चिप कार्ड्स से पेमेंट ले सकते हैं।
  • इनबिल्ट प्रिंटर तुरंत रसीद प्रिंट करता है।
  • युनिफाइड डैशबोर्ड से सारे पेमेंट्स और बिलिंग रियल टाइम में दिखते हैं।
  • और सबसे खास बात – यह डिवाइस PCI DSS सर्टिफाइड है, यानी पूरी तरह सुरक्षित।

अब तक मार्केट में Paytm और PhonePe के POS डिवाइसेज का दबदबा था, लेकिन Zoho के इस लॉन्च के बाद हालात बदल सकते हैं। क्योंकि यह सिर्फ हार्डवेयर नहीं, बल्कि एक पूरा इकोसिस्टम है जो छोटे कारोबारियों को डिजिटल ताकत देता है।

Zoho Payments – सॉफ्टवेयर से हार्डवेयर तक की सफर

Zoho Payments की शुरुआत 2024 में एक सॉफ्टवेयर बेस्ड पेमेंट सॉल्यूशन के रूप में हुई थी। तब कंपनी केवल ऑनलाइन पेमेंट सपोर्ट देती थी। लेकिन अब 2025 में उसने इस सिस्टम को पूरी तरह हार्डवेयर से जोड़ दिया है।

Zoho के पास पहले से ही छोटे व्यवसायों के लिए एक पूरा टूलसेट मौजूद है — अकाउंटिंग, CRM, इन्वेंट्री, और अब पेमेंट टर्मिनल। इसका मतलब है कि व्यापारी एक ही प्लेटफॉर्म से पेमेंट ट्रैकिंग, इनवॉइसिंग और रिपोर्टिंग सब कुछ संभाल सकते हैं।

इस डिवाइस का मकसद साफ है – भारत के छोटे दुकानदारों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना, बिना किसी विदेशी ऐप पर निर्भर हुए।

Arattai App – WhatsApp को सीधी टक्कर देने वाला भारतीय ऐप

Zoho इन दिनों सिर्फ पेमेंट्स तक सीमित नहीं है। कंपनी का Arattai App अब इंस्टैंट मैसेजिंग की दुनिया में हलचल मचा रहा है।
यह एक पूरी तरह भारतीय चैटिंग ऐप है जिसमें कॉलिंग, चैटिंग और मीटિંગ जैसी सुविधाएं दी गई हैं।

हालांकि अभी इसमें एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन नहीं है, लेकिन कंपनी ने वादा किया है कि यह फीचर जल्द ही आ रहा है। एक बार यह फीचर जुड़ने के बाद Arattai की चैट्स को कोई भी एक्सेस नहीं कर सकेगा — न हैकर्स, न खुद कंपनी।

आज WhatsApp भारत में सबसे ज्यादा यूज होता है, लेकिन Arattai की एंट्री ने साफ कर दिया है कि अब स्वदेशी ऐप्स का समय आ चुका है।

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